कोरोना के सबसे घातक बताए जा रहे वैरिएंट डेल्टा प्लस के 2 मरीजों की पुष्टि उज्जैन जिले में की गई है. इनमें से एक मरीज महिला जो कि उज्जैन शहर के ऋषि नगर निवासी है, उसकी 23 मई को मृत्यु हो चुकी है. बताया जा रहा है कि महिला से पहले उसका पति भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, जो स्वस्थ हो गया था. महिला के पति ने वैक्सीन लगवा रखी थी.
मृतक महिला के पति ने 'आजतक' से बात करते हुए बताया, ''मुझे तो केवल हल्का सा बुखार आया था और खांसी का थक्का था, बाकी और कुछ नहीं हुआ और 3 दिन में मुझे आराम हो गया. मुझे भर्ती होने की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी. मैंने कोविशील्ड लगवा रखी है. मेरे बाद मेरी पत्नी को बुखार आना शुरू हुआ, उसके बाद उनका जब टेस्ट कराया गया तो उनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई. उन्हें भी डॉक्टर द्वारा कोर्स दिया गया. उन्हें भी शुरुआती दौर में सिर्फ बुखार आया था और पेट में दर्द हुआ.''
उन्होंने आगे बताया कि दो दिन बाद घबराहट होने पर उनका ऑक्सीजन लेवल चेक करने पर बहुत कम आया जिस पर उन्हें संजीवनी अस्पताल में भर्ती कराया गया. हमारे पास डॉक्टर के कलेक्टर साहब के ऑफिस से चरक हॉस्पिटल से बहुत फोन आए तो मैंने पूछा कि इतनी इंक्वायरी क्यों की जा रही है तो पूछने पर बताया गया कि उनका कोई दूसरा वैरिएंट था. क्या वैरिएंट एक अन्य महिला और इनमें पाया गया है. इसके पहले हमें कोई जानकारी नहीं थी. पिछले पांच-छह दिन से हमारे पास रोजाना भोपाल सहित अन्य जगहों से कॉल आ रहे हैं.
दूसरी मरीज घटिया के पास के एक गांव की है. उन्होंने भी वैक्सीन लगवा रखी थी तो उन्हें भी हल्के से सिम्टम्स दिखाई दिए और अभी वह पूर्णतः स्वस्थ है. उनके परिवार में लगभग सभी ने वैक्सीन लगवा रखी थी तो उनके परिवार में किसी को भी कुछ नहीं हुआ . उनके परिवार में भी हमने 8 से 10 लोगों की जांच की उन सभी के आरटीपीसीआर टेस्ट इस समय नेगेटिव आ चुके हैं. महिला के अलावा उनके परिवार में और कोई कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया.